भगवान श्रीराम ने सीता माता को स्वयम वर में धनुस्य को तोड़ कर स्वयम वर में माता सीता को पाया।
भगवान श्रीराम ने सीता माता को स्वयम वर में धनुस्य को तोड़ कर स्वयम वर में माता सीता को पाया।
इस दिन तीन शुभ योग होन के कारण इसे त्रिवेणी नाम दिया गया है
इस दिन तीन शुभ योग होन के कारण इसे त्रिवेणी नाम दिया गया है